परिचय: एशियन स्टोनचैट या पाषाण गोजा पक्षी पर्यटक पक्षी है ये मौसम के अनुसार अपना आवास बदलते रहते है, सर्दियों में ये हिमालय क्षेत्र से हिमालय की तराई और खुले मैदानों में दिखते है फिर गर्मियों में वापस हिमालय आवास की ओर लौट आते है. साइबेरियन स्टोनचैट या एशियन स्टोनचैट (सक्सिकोला मौरस) ओल्ड वर्ल्ड फ्लाईकैचर परिवार (मस्किकापिडे) की मान्य प्रजाति है।
आम स्टोनचैट सैक्सिकोला प्रजाति सैक्सिकोला टोरक्वेटस के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला नाम है। सैक्सिकोला लैटिन शब्द saxum "रॉक" + incola "निवासी" से उत्पन्न है)
विशिष्टता: ये गोरैया से भी छोटी चिड़िया है इनमे मादा लगभग मादा गोरैया के समान दिखती है और दोनों की पहचान करना लगभग मुश्किल है, अक्सर झाड़ियों की सबसे ऊँची डालियों (फुनगियों) पर बैठतीं है। प्रजनन करने वाले नर में एक काला सिर, सफेद गर्दन जो कॉलर के सामान दिखते हैं और छाती हलके भूरे या केसरीया रंग की होती है।
इसका का वजन 12 से 20 ग्राम के बीच होता है इसकी लंबाई 4-६ इंच तक के बीच होती है पंखों का फैलाव ६ -8 का होता है.
ये पेड़ों पर घोसले नहीं बनता अक्सर चट्टानों की दरारों( इसे कारण से इन्हे डार्क रॉक-निवासी या पाषाण गोजा भी कहते हैं)
आवास: इनका प्रजनन रेंज अधिकांश समशीतोष्ण एशिया है, साइबेरिया के दक्षिण से लेकर हिमालय और दक्षिण-पश्चिम चीन तक। ये पंछियाँ 20 -25 तक की झुंडो में में देखे जाते हैं, ये पेड़ों पर घोसले नहीं बनता अक्सर चट्टानों की दरारों( इसे कारण से इन्हे डार्क रॉक-निवासी या पाषाण गोजा भी कहते हैं) में या ऊँचे झाड़ियों के नीचे अपना घोसला बनाते है, इनमें ३ से ८ अंडे हो सकते है ये प्रजनन हिमालय के जंगलो में करते हैं प्रजनन काल के दौरान मादा स्टोनचेट घोंसला बनाती है तथा एक बार में 3 से 6 अंडे देती है, मादा स्टोनचेट 11 से 14 दिनों तक अंडे सेती है, नर और मादा दोनों बच्चों की देखभाल करते हैं।
आहार: स्टोनचेट पक्षी का प्रमुख आहार कीट-पतंगे, इल्लियाँ, लार्वे और टिड्डे मक्खियां इत्यादि हैं।
Kingdom (जगत): Animalia
Phylum (संघ): Chordata
Class (वर्ग): Aves
Order (गण): Passeriformes
Family (कुल): Muscicapidae
Genus (वंश): Saxicola
Species (जाति): S. Maurus
Binomial name: Saxicola maurus
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