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Raj School, Bettiah, पहली इंग्लिश की पढ़ाई "राज स्कूल" में शुरू हुई: संछिप्त इतिहास।

  • लेखक की तस्वीर: Tanweer adil
    Tanweer adil
  • 11 जुल॰ 2022
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 15 जुल॰ 2022

बेतिया का पहला इंग्लिश मेडियम स्कूल और पहली इंग्लिश की पढ़ाई राज स्कूल में शुरू हुई, और इसकी स्थापना बेतिया राज के अनुदान द्वारा की गई।

इनमे पढ़ने वाले बच्चे के माता पिता, कही न कही बेतिया राज के कर्मचारी होते थे, आजादी के पहले प्रशासनिक कार्यों के लिए अंग्रेजी भाषा ही प्रमुख माध्यम था, इसलिए इस भाषा की बढ़ती मांग और जरूरत को पूरा करने के लिए राज हाई इंग्लिश स्कूल की स्थापना हुई।

शिक्षा के छेत्र में राज स्कूल ने दशकों तक राज किया, और पुरे बिहार के साथ-साथ खुद का नाम रोशन किया, यहाँ से पढ़ कर निकलने वाले मेघावी छात्र ने पुरे देश में हर छेत्र में अपनी सेवाएं देकर चम्पारण का नाम ऊँचा कर रहे हैं। इसके साथ साथ यहाँ के विभूति शिक्षकों को राष्ट्रपति पुरस्कार (शिक्षा छेत्र) से सम्मानित किया जा चूका है।


संछिप्त इतिहास:

सवर्प्रथम इसका नाम "बेतिया राज हाई इंग्लिश" स्कूल था, अभी इसको राज सीनियर सेकेंडरी (राजकीय राज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय) स्कूल, बेतिया (Raj Senior Secondary (Rajkiya Raj Uchchatar Madhayamik Vidhayala) School, Bettiah.) के नाम से जानते हैं।

  • इसकी शुरुआत वर्ष 1906 में श्री जे आर लुईस (Mr. J. R. Lewis), पूर्व बेतिया राज के तत्कालीन प्रबंधक द्वारा की गई थी, और इसे 1909 में मान्यता दी गई थी।

  • यह बेतिया राज का एक मालिकाना स्कूल था। शुरुआत में छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता था। उसके बाद राज के कर्मचारियों के लड़कों को स्कूल फीस के संबंध में कुछ रियायत मिलती थी।

  • 1943 तक राज स्कूल बेतिया राज प्रबंधक द्वारा दिए गए भवन में चालू था, फिर इसको नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां यह अभी भी जारी है।

  • 26 जनवरी, 1955 को स्कूल "भूमि सुधार अधिनियम" के तहत राज्य में निहित हो गया।

  • 31 मार्च, 1958 को रोल में 500 छात्र थे। यह जिले के हाई स्कूलों में से एक है, जिसे हायर सेकेंडरी स्कूल के स्तर तक बढ़ाने के लिए चुना गया था।

[Raj Senior Secondary (Rajkiya Raj Uchchatar Madhayamik Vidhayala) School, Bettiah]


Reference:


"Quoted in Prof. I. Q. Sinha's Economic Annals of Bengal, MacMillan and Co .• Ltd" 1927.


"Bihar District Gazetteers: Champaran (1938)"


"Bihar District Gazetteers: Muaffarpur (1960)

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Dr. Tanweer Adil

My name is Dr. Tanweer Adil and I have been involved with this profession for the last 10 years. During my time living in Delhi, I would often go to hilly places like Himachal Pradesh, Uttarakhand, Kashmir during .....

 

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