आप इसे भारत का स्विट्ज़रलैंड भी बोल सकते हैं। मनाली शहर, भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में, कुल्लू घाटी के उत्तरी छोर पर ब्यास नदी के किनारे स्थित है। यह शहर कुल्लू जिले में स्थित है, जो राज्य की राजधानी शिमला से लगभग 270 किलोमीटर उत्तर में और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से 544 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है।
मनाली का नाम सनातनी मनु (मनुस्मृति देखें) के नाम पर रखा गया है। मनाली नाम को मनु-अलाया (अनुवाद 'मनु का निवास') के व्युत्पन्न के रूप में माना जाता है।
हर नए शादी शुदा कपल का ख्वाब है, की कम से कम एक बार मनाली जाना और मनाली पहुंचने पर उनको यह अहसास होता है की उनकी राय मनाली के बारे में बिलकुल सही थी। लेकिन कभी कभी अनजाने में वो ऐसे टूर और ट्रैवेलर्स के चक्कर में पड़ जाते है , जिससे उनका मनाली घूमने जाना फीका हो जाता है।
ऐसे तो हजारो वेबसाइट हैं जो मनाली के बारे में सब अच्छा ही अच्छा लिखते है, पर मै अपने अनुभवों के आधार पर बताऊंगा जो आपके फायदे की बात होगी ।
कैसे जाएं?
कहीं जाने से पहले ये जानना जरुरी होता है की जाना कैसे है ? इसलिए जब जाना मनाली हो तो सबसे बेहतर होगा की आप अपने कार से जाएं ।अगर अपनी कार न हो और बजट अच्छी हो तो कैब बुक करे।
मेरे कहने का मतलब यह है की अगर मनाली जा रहे है तो आपके पहली और आखरी चॉइस कार ही होनी चाहिए। क्युकी मनाली जाने का रास्ता जो मंडी से शुरू होती है वो आपको ऐसे सुन्दर सफर में ले जाएगी जिसकी आपने पहले कल्पना भी नहीं की होगी। यह स्वर्ग के रास्ते की तरह का अनुभव होगी। कभी भी टूर और ट्रेवलर्स के बातों में आके नाईट बस से सफर ना करे, नहीं तो आप वो मिस कर देंगे जो आप मनाली में भी नहीं देख पाइयेगा ।
पीक सीजन को छोड़ के कभी ऑन लाइन होटल बुक न करें।
इससे आपको ज्यादा पैसे खर्च करना पड़ सकता है और साथ साथ बिना माउंटेन व्यू वाले छुपे हुए से रूम देदीये जाएंगे, क्युकी आपने रूम बुक कर रखा है तो होटल वाले आपको वही रूम देंगे, फिर भी आप अच्छे व्यू वाले कमरे के मांग की तो होटल वाले आपसे कुछ पैसे की डिमांड करेंगे। इससे अच्छा है की वह पहुंच कर खुद होटल ढूंढिए, कमरा पसंद कीजिये, मोल तोल कीजिये और एक अच्छा सा रूम ऑन लाइन से सस्ता ले लीजिये।
1.मनाली में आदमी से ज्यादा होटल है इसलिए घबराए नहीं आपको बढ़िया रूम कम पैसे में जरूर मिल जाएगा।
2. मनाली के लोकल ब्रोकर जो रूम दिलवाने के लिए आपसे तो कोई चार्ज नहीं लेते पर उनकी सेटिंग होटलवालों से होती है, वो ऐसा पैनिक क्रिएट करते है, जैसे की अब इसके आलावा कोई रूम ही नहीं बचा है, पुरे मनाली में, तो शांत रहे और अपने पसंद का रूम लेने के बाद ही रुके।
कब जाएं?
September- October: सितंबर और अक्टूबर के दौरान, मानसून समाप्त होता है और सर्दी शुरू होती है। सर्दियों के महीनों के दौरान, तापमान -1 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, इसलिए अपने आप को गर्म रखने के लिए पर्याप्त ऊनी कपड़े लाएं, खासकर रात में।यह साल का वह समय होता है जब आप बर्फबारी और आसपास के पहाड़ों के शानदार प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं, जो इसे एक पसंदीदा हनीमून डेस्टिनेशन बनाता है। जो लोग बाहरी गतिविधियों का आनंद लेते हैं, वे इस दौरान स्की या स्नोबोर्ड कर सकते हैं।
March – Jun: वसंत मार्च में आता है, लेकिन मौसम अभी भी सुखद है। इन गर्मियों के महीनों के दौरान, तापमान आमतौर पर 10 डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, इसलिए आपको रात में हल्के ऊनी कपड़ों की आवश्यकता हो सकती है। सोलांग घाटी में बाहरी गतिविधियाँ जैसे पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रेकिंग और पर्वतीय रोमांच इस समय के दौरान परिपूर्ण हैं। यह वह समय भी है जब इस क्षेत्र की वनस्पति पूरी तरह से खिल रही है, जो इस क्षेत्र को सबसे प्राचीन प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करती है।
July- August: मनाली में मानसून का मौसम मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इस क्षेत्र में भारी वर्षा और लगातार वर्षा होती है, जिससे कभी-कभी मनाली आने के रास्ते में अचानक बाढ़ आ सकती है। पर आप यदि मनाली में ही हों तो बरसात का भी अपना मजा है। आप मनाली मॉल रोड का मज़ा ले सकते हैं। या बरसात के मज़े के साथ मनाली के किसी पगडण्डी में अपने प्रेमी के साथ घूम सकते हैं। इससे मनाली का Off Season कहते हैं, होटलो में भरी छूट मिलती है, जिनको बरसात से प्रॉब्लम न हो उसके लिए ये फायदे का टूर होगा ।
November-February: ये यहाँ ठण्ड का मौसम है ऑफ़ तापमान - C में चला जाता है। जिसको ठण्ड से ज्यादा प्यार न हो वो इस पीरियड में वहाँ न जाएं। लेकिन जिसको ठण्ड और snow fall पसंद हो वो अवश्य जाएं, स्नो फॉल (snow fall) की संभावना अधिकतर जनवरी के अंत सप्ताह और लगभग पुरे फ़रवरी तक रहता है । आज कल बहुत सारे mobile apps है जो snow fall के भविष्यावाणी पहले ही कर देते है, तो उनकी मदद लीजिये और स्नो फॉल का आनंद।
शॉपिंग करे या ना?
आप मनाली में अपने खास लोग के साथ आए है, आप उसका मजा लीजिये, जो मनाली की मशहूर आर्ट एंड क्राफ्ट (लकड़ी का सामान) की खरीदारी करे। लोकल दुकानदारों से बच कर रहे, शुद्ध ऊनी बता कर आपको वो चांदनी चौक दिल्ली का बना हुआ कपडा बेच देंगे। इस लिए सावधान रहे। "पश्मीना शाल" की नाम पर वहाँ खूब ठगी होती है। बस इतना याद रखे की यहाँ जो मिलता है, वो दिल्ली से ही आता है।
बच्चो के लिए कितना सुरक्षित है, मनाली का सफर ?
जो लोग अपने बच्चों के साथ मनाली जाने की सोच रहे है, उनको थोड़ा सावधान रहना होगा। अगर उनका बच्चा 7 साल से नीचे का हो तो ज्यादा संभावना मोशन सिकनेस का होता है, जिसमे बच्चे आम टूर पर उल्टिया करते है। वैसे ये मोशन सिकनेस एडल्ट में भी होता है, लेकिन बच्चे इस्सके झेल नहीं पाते और अपने बच्चे की हालत देख कर माँ बाप की ख़ुशी गायब हो जाती है।
माँ बाप क्या करे?
प्रत्येक माँ बाप को पता होता है, की उनका बच्चा मोशन सिकनेस को झेल सकता है की नहीं ?
फिर भी मनाली जाने का मैं बन ही गया है तो नाईट बस या कार को चुने ताकि आपका बच्चा सोते-सोते ही मनाली पहुंच जाए।
1. अपने साथ मोशन सिकनेस (उलटी) की दवा और बच्चे की लिए नीद की दवा रखे।
2. मनाली पहुंच जाने की बाद, सब कुछ ठीक रहा तो रोहतांग पास बिलकुल ना जाए अगर आप का बच्चा 5 साल से छोटा होतो, वहाँ ऊचाई और ठण्ड होने की कारण बच्चे निढाल हो सकते हैं, और आपका घूमना ना घूमना सब बराबर हो सकता है। जब ऐसे स्थिति आ जाए या आपने किसी और पर्यटक की लिए देखा तो उनकी मदद कीजिये, आस पास चाय की दूकान से तुरंत गुनगुना दूध बच्चे को पिलाए, उसको गरम रखे पर तुरंत निचे यानी मनाली किसी हॉस्पिटल में जाए।
3.अगर कोई चारा ना देखे तो लोकल लोग (हिमाचली) से राय जरूर ले, वे वहाँ रहते है ऐसे में क्या करना चाहिए उनको सब मालूम है।
मनाली में देखने और घूमने वाली वाली जगहें।
1. Mall Road, Manali
आप मनाली में कही भी हो लेकिन, बिना मॉल रोड घूमे आपको नीद नहीं आएगी।
1. मनाली में माल रोड हिमाचल यात्रियों के लिए सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल है। अपने स्ट्रीट शॉपिंग के लिए प्रसिद्ध और ढेर सारी गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है।
2. मनाली के माल रोड में खाने पिने के लिए बहुत सी चीजें हैं। कई रेस्तरां, कैफे और ढाबों से सुसज्जित, यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श है, जो शॉपिंग को passion मानते हैं।
3. प्रसिद्ध वाणिज्यिक केंद्र में आपके लिए कुछ उत्कृष्ट स्मृति चिन्ह खरीदने के लिए बहुत सारे एम्पोरियम और दुकानें हैं। यहां पाए जाने वाले तिब्बती शैली के हस्तशिल्प आश्चर्यजनक हैं, पर सावधानी के साथ खरीदारी करे।
4. माल रोड पर कुल्लू और किन्नौरी शॉल बेचने वाली कुछ दुकानें हैं जो शानदार पैटर्न और रंगों की एक विस्तृत श्रृंखला में हैं, मोल तोल हमेशा करे नहीं तो ठगे जाएंगे।
5. शॉल, तिब्बती गहने, ट्वीड जैकेट और हस्तशिल्प कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें आपको यहां टहलते समय कभी नहीं छोड़ना चाहिए। इनके अलावा, मनाली में मॉल रोड के कुछ नामी मार्किट हैं, थाई मार्केट, ड्रैगन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हांगकांग मार्केट, न्यू एनएसी मार्केट, शांगरी ला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और स्नो लायन अंडरग्राउंड मार्केट हैं, जहा पर लोगो की भीड़ रहती है।
2 .Solang Valley/Solang Nullah /सोलान वैली
सोलंग घाटी, जिसे स्थानीय रूप से सोलंग नाला के नाम से जाना जाता है, हिमाचल प्रदेश में फिल्म शूटिंग और साहसिक गतिविधियों के लिए पसंदीदा स्थान के रूप में प्रसिद्ध है।
1. यहाँ पर जाने माने फिल्म हीना की शूटिंग हुए थी (ज़ेबा बख्तियार, ऋषि कपूर), ये सुपर हिट मूवी साबित हुए थी।
2. यहाँ पर बहुत सारे रोमांच से भपुर खेलों का पर्यटक आनंद लेते हैं जैसे; पैराशूटिंग, पैराग्लाइडिंग, स्केटिंग और ज़ोरबिंग (बड़े बैलून के अंदरआदमी को बांध कर ऊंचाई से छोड़ देना) में शामिल होने के लिए कुल्लू घाटी में सोलंग से बेहतर कोई जगह नहीं है।
3. सोलंग घाटी का नाम सोलंग नामक गाँव से पड़ा है और नाला का अर्थ है पहाड़ों से पानी की धाराएँ।
यह मनाली से 16 किमी दूर स्थित यह ब्यास नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है। यह समुद्र तल से 8500 फीट ऊपर है।अधिक जानकारी के लिए button lickकरें...
3. Rohtang Pass/ रोहतांग पास
हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रा 13,054 फीट ऊंचा है और लाहौल और स्पीति घाटियों के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है। सड़क कुल्लू घाटी को लाहौल और स्पीति से जोड़ती है, लेह तक पहुंच प्रदान करती है। यह मनाली से 57 किमी दूर है। रोहतांग दर्रा लाहौल और स्पीति को पांगी और लेह घाटी से भी जोड़ता है। रोहतांग जोजिला दर्रे की तरह लद्दाख के प्रवेश द्वार के रूप में भी कार्य करता है।
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4. अटलसुरंग/ रोहतांगसुरंग
हिमाचल प्रदेश में, अटल सुरंग (रोहतांग सुरंग के रूप में भी जाना जाता है), रोहतांग दर्रे के नीचे बनाया गया था और इसका नाम पूर्व भारतीय प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया था।यह दुनिया में 10,000 फीट (3,048 मीटर) से ऊपर की सबसे लंबी सिंगल-ट्यूब हाईवे टनल है, जिसकीलंबाई 9.02 किमीहै। अधिक जानकारी के लिए button lickकरें...
5. हिडिंबा देवी मंदिर
मनाली उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश का एक हिल स्टेशन है, जहां हडिम्बा देवी मंदिर है, जिसे धुंगरी मंदिर या हडिम्बा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर हिडिंबी देवी को समर्पित है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के एक चरित्र, भीम की पत्नी है। हिमालय की तलहटी में, मंदिर एक देवदार के जंगल से घिरा हुआ है जिसे धुंगिरी वन विहार कहा जाता है। अभयारण्य एक चट्टान पर बनाया गया है जो जमीन से बाहर खड़ा है और देवता की एक छवि के रूप में पूजा की जाती है। अधिक जानकारी के लिए button lickकरें...
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बच्चों के लिए दिया गया इनफार्मेशन (खास कर पहाड़ो के लिए), ऐसा किसी भी ट्रैवेलर वेबसाइट में नहीं है। मई इससे काफी प्रभावित हुआ।
Great place to visit....and great review also